nagarpalikamandsaur

Thursday, 17 April 2025

  • Home
  • Council
    • President
    • Chief Municipal Officer
    • Telephone Directory
  • Department
    • Health and Environment
    • Education, Social Justice, Food and Culture
    • Planning and Rehabilitation
    • Public Relations and Library
    • Power
    • Engineering
    • Revenue and Project
    • Accounting
    • J.N.N.U.R.M.
    • M.P.U.S.P.
    • General Administration
  • Citizen Services
    • Online Access Application Form
    • Miscellaneous Services
    • Commercial/Non Food License
    • Property Related Services
    • Water Connection Services
    • Birth & Death
    • Marriage Registration
    • Building Permission
  • About Mandsaur
    • Tourist Places
    • Industries
    • Economy
    • History
  • Online Tax
  • Budget
    • Budget 2014-15
    • Budget 2015-16
    • Budget 2016-17
    • Budget 2019-20
    • G.L.Code Budget 2019-20
    • Audit-Report-2016-17
    • Audit-Report-2017-18
    • Balance-sheet-2012-13
    • Balance-sheet-2013-14
    • Balance-sheet-2014-15
    • Balance-sheet-2015-16
    • Balance-sheet-2016-17
  • Tenders
  • Blog
  • FAQ
  • Gallery
  • Contact Us

History

भौगोलिक स्‍थिति

भौगोलिक द`ष्‍टि से यह मध्‍यप्रदेश के पश्चिमी भाग में 23045, और 25055, उत्‍तरी अक्षांश तथा 74042,30,, पूर्वी देशान्‍तर बीच समुद्र तल से लगभग 1516 फीट उचॉई पर स्‍थित हैं । मंदसौर के तीन और से राजस्‍थान के समीप होने के कारण इसे राजस्‍थान का सीमान्‍त प्रहरी एवं मालवा का सिंह द्वार भी कहा गया है। मन्‍दसौर क्षेत्र अरावली तथा विंध्‍य पर्वत श्रृखॅलाए क्रमश: उत्‍तर पश्चिम तथा दक्षिण पुर्व में फैली हैं । यहॉ की मिटटी अत्‍यन्‍त उपजाउ हैं, जो कि अफीम की खेती के लिए विश्‍वभर में प्रसिध्‍द हैं । इसी शस्‍य- श्‍यामलता के कारण दशपुर लोकजगत में अन्‍नापूर्ण का वरदान कहा गया हैं । धन धन्‍य से परिपूर्ण इस क्षेत्र में उर्वरा भूमि के लिये के कबीर ने कहा हैं – मालवा भूमि गहन गम्‍भीर पग पग रोटी डग डग नीर यहां की जलवायु सुखद हैं, न अधिक गर्मी न अधिक सर्दी । यहॉ वर्षा का औसत 65 से 80 के बीच रहता हैं । यह क्षेत्र प्राकृतिक सम्‍पदा एवं वन्‍य प्राणियों से परिपूर्ण हैं । खनिज सम्‍पदा स्‍लेट पेन्सिल, यहॉ के आर्थिक जीवन पर प्रभाव डालती हैं । स्‍लेट पेन्सिल को सफेद सोने की संज्ञा दी जाती हैं।
मंदसौर के प्राचीन नाम दशपुर का उल्‍लेख प्राचीन साहित्‍य एवं अभिलेख दोंनों में मिलता हैं। अभिलेखों में दशपुर का सर्वप्रथम उल्‍लेख द्वितीय शताब्‍दी ई.पू. के अवंलेश्‍वर स्‍तम्‍भ लेख में हैं तत्‍पश्‍चात् क्षहरावंशीय नहपान के जमाता (दामाद) उषवदात् के नासिक गुहा अभिलेख में दशपुर की गणना भ्रगुकच्‍छ, सूर्पारक प्रभास तथा गोवर्धन पर्वतों के साथ की गई हैं। साथ ही इस अभिलेख में यह भी उल्‍लेख हैं कि नहपान ने दशपुर में धर्मशालाऍ, उद्यान एवं तालाब निमार्ण के लोकापयोगी कार्य किये। इसके अतिरिक्‍त दशपुर जनपद से प्राप्‍त अभिलेखों में भी दशपुर का नामोल्‍लेख मिलता हैं । कुमार गुप्‍त प्रथम तथा बन्‍धुवर्मा के अभिलेखों में दशपुर नगर को पश्चिमपुरम् कहा गया हैं । वत्‍सभट्टि ने अपनी प्रशिस्‍त में दशपुर नगर का सुन्‍दर वर्णन करते हुए इसे मालवा का शिरोभूषण कहा गया हैं । महाराज गौरी के आधित्‍यवर्धनकालीन खण्डित अभिलेखों में दशपुर को दसादिकपूरम् कहा गया हैं । दशपुर नगर से ही प्राप्‍त कुमारवर्मा के खण्डित अभिलेख में दशपुर का नाम दशाहवयपुर उल्‍लेखित हैं । साहित्‍य में दशपुर नाम का उल्‍लेख स्‍कंदपुराण, मार्कण्‍डेपुराण, मेघधुत, राजतरंगिणी, कादम्‍बरी, वृहत्‍तसंहिता, अमरकोष, के साथ जैन साहित्‍य और बौघ्‍द साहित्‍य में भी मिलता हैं।

In Archive

  • September 2015

All Pages

  • Home
  • About Mandsaur
  • Department
  • Citizen Services
  • Online Tax
  • Tenders
  • Blog
  • FAQ
  • Gallery
  • Contact Us

Useful links

  • Samagra ID
  • E-Tender
  • Mandsaur Nic
  • Vehicle Tracking

Keep in Touch

    Follow Us

    • facebook
    • twitter
    • google
    • rss
    • Home
    • About Mandsaur
    • Department
    • Citizen Services
    • Online Tax
    • Tenders
    • Blog
    • FAQ
    • Gallery
    • Contact Us
    All Rights Reserved | 2025
    Powered By Conative IT Solutions Pvt. Ltd